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🔥 वक्फ विधेयक पर भड़के संजय राउत | बोले- अब नहीं जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
वक्फ संपत्तियों को लेकर संसद में पेश किए गए नए विधेयक पर संजय राउत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अब इस मुद्दे को लेकर वे सुप्रीम कोर्ट नहीं जाएंगे, बल्कि जनता की अदालत में अपनी लड़ाई लड़ेंगे। इस बयान से राजनीतिक हलकों में गर्माहट आ गई है और यह विधेयक विपक्षी एकता का मुद्दा बनता जा रहा है।
🗣️ क्या कहा संजय राउत ने?
मीडिया से बातचीत करते हुए संजय राउत ने कहा:
"अब हम सुप्रीम कोर्ट नहीं जाएंगे। यह जनता की संपत्ति है, और अब हम जनता के बीच जाएंगे। सरकार वक्फ बोर्ड को ऐसे अधिकार दे रही है जो संविधान विरोधी हैं।"
राउत ने केंद्र सरकार पर धर्म विशेष को तुष्ट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह विधेयक आम नागरिकों की संपत्ति को छीनने का एक जरिया बन सकता है।
📘 क्या है वक्फ विधेयक?
वक्फ विधेयक 2025 के तहत वक्फ बोर्ड को यह अधिकार मिलेगा कि वह किसी भी संपत्ति को वक्फ संपत्ति घोषित कर सके। इसके लिए भूमि स्वामित्व के दस्तावेजों की आवश्यकता कम कर दी गई है। इसका विरोध यह कहकर किया जा रहा है कि इससे आम लोगों की निजी संपत्ति पर खतरा मंडराएगा।
⚖️ राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
विपक्षी दलों ने इस विधेयक को “जन विरोधी” और “संविधान विरोधी” करार दिया है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने भी इसे खतरनाक बताया है। वहीं, भाजपा का कहना है कि यह विधेयक केवल वक्फ संपत्तियों को संरक्षित करने के लिए है।
📌 पहले भी रहा है विवादों में वक्फ कानून
वक्फ बोर्ड पहले भी विवादों में रहा है। कई राज्यों में वक्फ संपत्ति को लेकर कानूनी झगड़े और जमीन पर कब्जों के मामले सामने आए हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र को लेकर सवाल उठाए थे।
🗳️ जनता की राय?
क्या वक्फ विधेयक जनता की संपत्ति की सुरक्षा करता है या यह एकपक्षीय निर्णय है? क्या संजय राउत का सुप्रीम कोर्ट की बजाय जनता के बीच जाने का फैसला सही है? अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में ज़रूर बताएं।