इस वर्ष 22 जनवरी 2025 को राम जन्मभूमि की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ नहीं मनाई जाएगी।
राम जन्मभूमि के रामलला मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ का आयोजन 11 जनवरी 2025 को अयोध्या में बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए हिंदू पंचांग के अनुसार पौष शुक्ल द्वादशी (कूर्म द्वादशी) तिथि चुनी गई है, जो राम मंदिर और भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है
प्रमुख जानकारी:
कार्यक्रम का स्वरूप:
- दिनभर वैदिक अनुष्ठान और पूजा आयोजित होगी।
- प्रमुख संतों, धर्माचार्यों, और धार्मिक संगठनों के साथ हजारों भक्त इस आयोजन में भाग लेंगे।
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और रामायण पर आधारित धार्मिक नाटक भी कार्यक्रम का हिस्सा होंगे
संतों और नेताओं की उपस्थिति:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य राजनीतिक एवं धार्मिक नेताओं के इस आयोजन में भाग लेने की संभावना है।
- कई राज्यों के मुख्यमंत्री, सामाजिक हस्तियां, और विदेश से आए श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बनेंगेमंदिर निर्माण की प्रगति:
- राम मंदिर का गर्भगृह पहले ही तैयार हो चुका है, और भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।
- अब मंदिर के शेष हिस्सों और परिसर में चल रहे निर्माण कार्य मार्च 2025 तक पूरा होने की योजना हैविशेष व्यवस्थाएं:
- भक्तों की सुविधा के लिए स्थायी शेड, भोजनालय, और चिकित्सा केंद्र बनाए जा रहे हैं।
- पूरे कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे
यह वर्षगांठ राम मंदिर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करेगी, और अयोध्या को एक वैश्विक तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित करने में एक और मील का पत्थर साबित होगी।